सहजता थी, सादगी थी,बंदगी थी। ये सोशल मीडिया और इंटरनेट नहीं था तो ज़िन्दगी थी सहजता थी, सादगी थी,बंदगी थी। ये सोशल मीडिया और इंटरनेट नहीं था तो ज़िन्दगी थ...
रेत के घरौंदे, बिखरे नहीं ,खड़े हैं , रास्ता निहारते, गिल्ली, डंडा वही पड़े हैं, गुड रेत के घरौंदे, बिखरे नहीं ,खड़े हैं , रास्ता निहारते, गिल्ली, डंडा वही पड़े हैं...
वो छोटी सी दुनिया था निश्चल सा मन, नहीं कोई भय था वहां था अमन, साथी दिखाऊं तुमको आओ वो छोटी सी दुनिया था निश्चल सा मन, नहीं कोई भय था वहां था अमन, साथी ...
मां ने दी बचपन में एक छोटी छतरी थी वो रंग बिरंगी. मां ने दी बचपन में एक छोटी छतरी थी वो रंग बिरंगी.
वह अविस्मरणीय ,अतुलनीय ,अनूठी यादें पाठ जिंदगी का बखूबी पढ़ाती हैं। वह अविस्मरणीय ,अतुलनीय ,अनूठी यादें पाठ जिंदगी का बखूबी पढ़ाती हैं।
भला, बचपन जीने का अवसर कहाँ फ़िर से मिला करता है। भला, बचपन जीने का अवसर कहाँ फ़िर से मिला करता है।